रायपुर
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के लिए देश में बने 'कोवैक्सीन' टीके का परिणाम जब तक पूरी तरह से नहीं आ जाता, तब तक इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. सिंहदेव ने शनिवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि विशेषज्ञों के दल ने पिछले दिनों केंद्र सरकार के सामने अपनी बात रखी थी कि कोवैक्सीन के परीक्षण का तीसरा चरण अभी पूरा नहीं हुआ है. हालांकि, पहले और दूसरे चरण के परीक्षण से यह अनुमान लगाया गया है कि यह सुरक्षित है.

उन्होंने कहा कि यह कहा जा रहा है कि कोवैक्सीन को आपात स्थिति में लगाया जा सकता है, जबकि टीकाकरण का यह पूरा कार्यक्रम आपातकालीन स्थिति के लिए ही हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जैसे कोई आपात स्थिति आती है तब सामान्य स्थिति में जो टीका तैयार करने में समय लगता है, उस समय को तोड़कर उसे कम समय में अनुमति दे दी जाती है. उन्होंने कहा कि आपात स्थिति को देखते हुए ही जो टीका बनाने में पांच से 15 वर्ष का समय लगता है उसे पांच महीने में बना दिया गया है. अभी उसके परिणाम भी नहीं देख पाए हैं. अभी तक यह जानकारी नहीं मिली है कि जो भी टीका आ रहा है वह कितने दिनों तक हमें सुरक्षा देगा?

सिंहदेव ने कहा, ' कोवैक्सीन के लिए कहा जा रहा है कि जब आपात स्थिति आती है तब इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन मेरा मानना है कि जब तक पूरे परिणाम सामने नहीं आ जाते हैं तब तक हमें रुकना चाहिए, इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.' हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि संकेत मिले हैं कि राज्य को 'कोविशील्ड' टीका उपलब्ध होगा, जिसे बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाएगा. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सभी 28 जिलों में टीकाकरण के लिए पूर्वाभ्यास कर लिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि टीका उपलब्ध होने के बाद राज्य के 2.53 लाख स्वास्थ्य कर्मियों का प्रथम चरण में टीकाकरण किया जाएगा.

Source : Agency